जिदंगी में बहुत से लोगों से हम प्रभावित होते हैं, कईयों से प्रेरणा प्राप्त करते है पर कुछ लोग ऐसे भी होते है जो हमे प्रभावित नही करते, प्रेरणा नही देते परन्तु उनके कारण हम अपने आप का बेहतर संस्मरण बनते चले जाते है।
ये वे लोग है जिन्हे आप में विश्वास होता है, जिनके समक्ष अपनी काबिलियत साबित नही करनी पडती है ,ये लोग आप मे छुपी प्रतिभा और आप की इच्छाओं को जानते है एंव आप मे तब भी विश्वास रखते है जब आप संघर्षरत होते है। हमे भले सफलता प्राप्त कर पूरी दुनिया के सामने अपने आप को साबित करने की कितनी ही ललक क्यों न हो पर इन लोगों का हमारे प्रति प्रेम और विश्वास किसी सफलता या असफलता का मोहताज नही होता है और यही कारण है कि इनकी अपेक्षाएं हमे बोझिल नही करती है अपितु हमारे मे उत्साह के साथ अपने काम को करने का साहस पैदा करती है क्योकि इन लोगो का हमारे प्रति प्रेम किसी अपेक्षा से परे होता है, ये आपके मित्र हो सकते है , प्रेमी, प्रेमिका हो सकते है , शुभचिंतक हो सकते है।
अगर आप अपने आप में कोई भी ऐसा गुण महसूस करते है जिसके कारण आप अपने आप पर गर्व कर सके तो उसके पीछे अवश्य ही कोई होगा जिसने बिना जताए आपके उस गुण को विकसित किया होगा।
अक्सर ये लोग जब कुछ करते है तो हम उसे उनका कर्तव्य मान कर उन्हे वह अहमियत नही देते जो उन्हें दी जानी चाहिए क्योंकि जो सुलभता से उपलब्ध है, आसानी से मिल जाता है उसे कमतर आंकना मानवीय फितरत है। हम हर उस व्यक्ति, वस्तु की कीमत का अहसास नही कर पाते जो सुलभता से हमारे पास उपलब्ध रहती है। यही सुलभ और आप मे विश्वास रखने वाले लोग आपको खुद से बेहतर और बेहतर बनने मे आपको विश्वास और मनोबल प्रदान करके आपके मददगार साबित होते है।
जब तक ये लोग साथ होते है तब तक जीवन की व्यवस्तताओं में हमे इनकी अहमियत का अहसास नही होता। फिर जीवन के एक मोड पर जब आप को मनोबल और विश्वास देने वाले ये लोग हमारे साथ नही रहते तब हमे अहसास होता है कि जिनके विश्वास ने हमे बेहतर और बेहतर बनाते हुए खुद का बेहतरीन संस्मरण बना दिया वह कितने महत्वपूर्ण थे।
ये ठीक वैसा ही है जैसे आटे मे नमक , जब आटे मे नमक होता है तब तक हमें उसकी अहमियत का अहसास नही होता है परन्तु ज्यों ही आटे मे नमक न हो तो रोटी ही बेस्वाद हो जाती है।
ठीक वैसे ही ये लोग आपको बेहतर बनाते जाते है और उसका अहसास भी नही होने देते और फिर जब इनका साथ नही रहता तब इनकी कमी महसूस भी होती है और इनकी उपयोगिता का जीवन मे पता चलता है और ऐसे ही लोग होते है नमक जिंदगी का।
कल्पित हरित (एडवोकेट)